केंद्रीय जेल में चर्म एवं हड्डी रोग विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया : उज्जैन
Ujjain , Central Jail,Health Camp,
*"कारागृह में रहकर भी व्यक्ति अपने आचरण में सुधार कर सकता है"*
_*------"जिला न्यायाधीश एवं सचिव श्री अरविंद कुमार जैन "*_
उज्जैन:- मान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, उज्जैन श्री आर.के. वाणी के निर्देशन में केंद्रीय जेल भैरवगढ, उज्जैन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला न्यायाधीश एवं सचिव श्री अरविंद कुमार जैन, अधीक्षक श्रीमती उषाराज, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चन्द्रेश मण्डलोई, डॉ. श्री कात्यायन मिश्रा. डॉ श्रीमती जया मिश्रा, विशेष अतिथि श्री उत्कर्ष जैन द्वारा माँ सरस्वती एवं भगवान महाकालेश्वर के चित्र पर माल्यार्पण किया जाकर दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। जेल अधीक्षक श्रीमती उषाराज एवं अन्य जेल के अधिकारियों एवं बंदी भाईयों के द्वारा चिकित्सक टीम के डॉक्टर्स का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में प्राधिकरण के सचिव एवं जिला न्यायाधीश श्री अरिवंद कुमार जैन ने अपने उद्बोधन में कहा कि "कारागृह में रहकर भी व्यक्ति अपने आचरण में सुधार कर सकता है। वर्तमान में केंद्रीय जेल उज्जैन में लगभग 200 महिला बंदी एवं लगभग 2500 पुरुष बंदी मौजूद हैं, जो एक छोटे से गांव की जनसंख्या के बराबर हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मासिक निरीक्षण के दौरान जब अनेक बंदियों द्वारा अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बतायी गयी तब जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा आई.एम.ए. के अध्यक्ष डॉ. कात्यायन मिश्रा से समन्वय स्थापित कर आज का शिविर आयोजित किया गया है, जो निश्चित रूप से बदीजनों के लिए लाभकारी साबित होगा। उन्होंने सभी से यह आग्रह किया कि हमकों "परहित सरस धरम नहीं भाई पर पीड़ा सम नहीं अधिमाई" की उक्ति को सार्थक करते हुए अपना जीवन जीना चाहिए।
आई.एम.ए. के अध्यक्ष डॉ श्री कात्यायन मिश्रा ने अपने संबोधन में विधिक सेवा प्राधिकरण के इस कार्य की सराहना करते हुए बताया कि इस प्रकार के शिविर जेल में किये जाना एक अच्छी शुरुआत है और जब-जब प्राधिकरण इस प्रकार के शिविरों का आयोजन करना चाहेगा उनका संगठन हर तरह से सहयोग करने को तैयार है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. जया मिश्रा एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. श्री अजय दंडोतिया ने कहा कि स्वस्थ शरीर के स्वस्थ मन का होना भी जरूरी है। क्योंकि यदि स्वस्थ तन रहेगा तो प्रसन्न मन भी रहेगा। डॉ. जया मिश्रा ने महिला बैरक में महिला बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाईया भी वितरित करायी। अधीक्षक केंद्रीय जेल श्रीमती उषाराज के द्वारा भी इस शिविर को बदीजनों के स्वास्थ्य हेतु काफी लाभकारी होना बताया गया और इस पहल को आगे जारी रखने का आग्रह किया गया।कर्यक्रम में चर्मरोग विशेषज्ञ डॉ. कात्यायन मिश्रा, स्त्री रोग विशेषज्ञ श्रीमती जया मिश्रा, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चन्द्रेश मण्डलोई, हड्डी रोग विशेषज्ञ श्री अजय दंडोतिया, डॉ. प्रतीक जैन, डॉ. बबीता, डॉ. मंजु, श्री अरविंद कौशल, पुष्पा (सिस्टर) राजश्री (सिस्टर) के द्वारा जेल के लगभग 300 कैदी भाइयों एवं बहनों का परीक्षण कर उपचार किया जाकर उन्हें दवाईयां वितरित की गयी।कर्यक्रम का संचालन जेलर श्री सुरेश गोयल ने किया एवं आभार जेल अधीक्षक श्रीमती उषाराज ने व्यक्त किया।