आयोग 10 अगस्त को बुरहानपुर एवं 11 अगस्त को खंडवा में जनसुनवाई करेगा साथ ही पढ़े ट्रामा सेंटर को बना डाला ड्रामा सेंटर
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’’आयोग आपके द्वार’’
मप्र मानव अधिकार आयोग 10 अगस्त को बुरहानपुर एवं 11 अगस्त को खंडवा में जनसुनवाई करेगा
’’आयोग आपके द्वार’’ के तहत मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग द्वारा 10 अगस्त (गुरूवार) को जिला पंचायत कार्यालय, बुरहानपुर के बैठक हाॅल में एवं 11 अगस्त (शुक्रवार) को कलेक्टर कार्यालय, खंडवा के सभागृह में आयोग में पहले से लम्बित मामलों एवं नये आवेदनों की जनसुनवाई की जायेगी। जनसुनवाई में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी एवं माननीय सदस्य श्री राजीव कुमार टंडन सहित आयोग में बुरहानपुर व खंडवा जिले के मानवाधिकार हनन मामलों के प्रस्तुतकर्ता अधिकारी सहित आयोग के अन्य अधिकारी, कर्मचारी एवं जिलाधिकारी भी मौजूद रहेंगे। आयोग के पदाधिकारी 10 अगस्त को बुरहानपुर के जनसुनवाई कार्यक्रम के पश्चात् अपरान्ह 4 बजे बुरहानपुर से प्रस्थान कर देर शाम खंडवा पहुचेंगे। अगले दिन 11 अगस्त को सुबह 9 बजे से जिला जेल खंडवा का निरीक्षण करेंगे एवं यहां आयोजित बंदियों के लिए स्वास्थ्य शिविर में भी शामिल होंगे। इसके पश्चात खंडवा के जनसुनवाई कार्यक्रम के पश्चात इसी दिन भोपाल लौटेंगे।
‘‘ नौ मामलों में संज्ञान’’
विद्यार्थियों को नहीं मिली गणवेश
बैतूल जिले के मुलताई नगर के शासकीय स्कूलों में अध्ययनरत् विद्यार्थियों को पिछले दो साल से गणवेश नहीं मिली है। बच्चे रंग-बिरंगे परिधानों में स्कूल आ रहे हैं। शाला शिक्षकों ने बताया कि कई बार तो 1 साल की गणवेश दूसरा सत्र सामप्त होने के बाद आती है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने जिला शिक्षा अधिकारी, बैतूल से जवाब मांगा है।
जिम्मेदारों ने ट्रामा सेंटर को बना डाला ड्रामा सेंटर
जिला अस्पताल सीहोर के जिम्मेदार कर्ता-धर्ताओं ने ट्रामा सेंटर को ड्रामा सेंटर में तब्दील कर दिया है। एक्स-रे फिल्म का टोटा है, तो सालों से रेडियोलाॅजिस्ट की कमी बनी हुई है। अब तो अस्पताल मंे मरीजों के लिये स्ट्रेचर तक नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में परिजनों को कुर्सी पर लिटाकर वार्डाें तक पहुंचाना पड़ रहा हैै। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, सीहोर से प्रकरण की जांच कराकर अस्पताल मंे एक्स-रे फिल्म की उपलब्धता एवं उपयोग योग्य अवस्था में रखे स्ट्रेचर की जानकारी के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
वार्ड बाॅय ड्यूटी से नदारद, परिजन खींच रहे स्ट्रेचर
जिला अस्पताल छतरपुर में गंभीर हालत में इलाज कराने के लिये आने वाले मरीजों को एक्स-रे या अन्य जांच कराने के लिये ग्राउंड फ्लोर या जिला अस्पताल के बाहर जाना पड़ता है। ऐसी स्थिति में स्ट्रेचर की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन वार्ड बाॅय न रहेने के कारण मरीज को उनके परिजन खुद ही स्ट्रेचर पर लेकर जाने को मजबूर हैं। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, छतरपुर से प्रकरण की जांच कराकर की जानकारी के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
पुलिया बन रही मुसीबत, राहगीर और रहवासी दोनों परेशान
सागर जिले के बीना-भानगढ़ के खिमलासा-कंजिया सड़के निर्माण कंपनी एमपीआरडीसी द्वारा छोड़ी गई अधूरी बनी पुलिया के कारण वाहन चालकों एंव रहवासियों को लिये बारिश के समय में मुसीबत बन जाती है। जहां कई बार भारी वाहन धंस जाते हैं, जिन्हें बाहर निकालने मे घंटों का समय लग जाता है और जाम की स्थिति बन जाती है। रहवासियों द्वारा कई बार शिकायत करने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। माामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, सागर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।
हाथियों ने तोड़े घर, खाया अनाज, दहशत में लोग
सीधी जिले के पोंडी रेंज के मप्र-छग बाॅर्डर पर बसे तिनगी गांव में बीते बुधवार की रात हाथियों के एक झुंड ने घुसकर तांडव मचाया। इस दौरान गांव के आदिवासियों के घर तोड़ दिये और खेतों में अनाज को नुकसान पहंुंचाया। गांव के कई लोगों ने दहशत में आकर अपने घरों की अटारी पर चढ़कर अपनी जान बचाई। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं डीएफओ, सीधी से प्रकरण की जांच कराकर पीडितों के नुकसान एवं पुनर्वास के संबंध में की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
हाथियों ने चार बार आदिवासी परिवार का मकान तोडा, स्कूल मंे मिला आश्रय
अनूपपुर जिले की जैतहरी तहसील की ग्राम पंचायत गोवरी के भदरा टोला में हाथियों के एक झुंड ने एक आदिवासी परिवार के मकान को चार बार तहस-नहस कर दिया। घर में रखे अनाज को अपना आहार बना लिया और खेत की फसल को भी नष्ट कर दिया। डरे सहमे आदिवासी परिवार ने गांव के स्कूल के एक कमरे में आश्रय लिया है। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं डीएफओ, अनूपपुर से प्रकरण की जांच कराकर पीडित के नुकसान एवं पुनर्वास के संबंध में की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
नाराज छात्राओं ने छोड़ा छात्रावास, ग्रामीणों की समझाईश पर लौटीं
खंडवा जिला मुख्यालय से महज 10 किमी की दूरी पर बसे ग्राम रजूर में पढ़ने वाली कक्षा नौवीं एवं बारहवीं की छात्राओं ने छात्रावास में गुणवत्तापूर्ण भोजन नहीं मिलने और भोजन बनाने वाले समूह की महिलाओं के दुव्र्यवहार से नाराज होकर छात्रावास छोड़ दिया। ग्रामीणों ने उनसे इसकी वजह पूछी तो उन्होंने रोते हुये बताया कि हमें पानी जैसी दाल, कच्ची रोटी दी जातीं हैं। इसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें गुणवत्तापूर्ण भोजन दिलाने का आश्वासन दिया और उनकी समझाईश पर छात्रायें वापस छात्रावास लौट गईं। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, खंडवा एवं आयुक्त, आदिम जाति कल्याण विभाग, खंडवा से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
बीमार जिला अस्पताल को खुद उपचार की जरूरत
जिला अस्पताल, शाजापुर में न तो मरीजों के लिये पर्याप्त पलंग हैं और न हीं ईलाज की पर्याप्त व्यवस्था। जिसके चलते यहां आकर मरीज बिना उपचार के ही वापस चले जाते हैं। अस्पताल मंे हर जगह गंदगी पसरी हुई है। अस्पताल के कई वार्डों में तो मल पसरा हुआ पड़ा है, जिसे उठाने वाला कोई नहीं है। इस सभी गंभीर समस्याओं पर जिम्मेदार ध्यान नहीं देते हैं। माामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, एवं सीएमएचओ, शाजापुर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के बारे में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
मवेशी चराने गये युवक पर बाघ का हमला
सिवनी जिले के कुरई विकासखंड के पिपरवानी गांव में मवेशी चरा रहे एक युवक पर बाघ ने जानलेवा हमला कर दिया। बाघ के जानलेवा हमले से युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। लोगांे ने घायल युवक को उपचार के लिये सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुरई में भर्ती कराया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुये युवक को जिला अस्पताल रैफर कर दिया गया। मामले में संज्ञान लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं डीएफओ, सिवनी से प्रकरण की जांच कराकर पीडित के ईलाज/आर्थिक मुआवजा एवं क्षेत्र की सुरक्षा के संबंध मे की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।