Train Accident: लोगों ने मृत समझ मुर्दाघर में डाला, 235 KM दूर से आए पिता तो जिंदा पाया; पढ़ें पूरी कहानी

हेलाराम बताते हैं, मैंने टीवी पर न्यूज देखी और फिर मैंने महसूस किया कि मुझे बिस्वजीत को फोन कर पूछना चाहिए कि क्या वह ठीक है। उसने शुरू में फोन नहीं उठाया। दोबारा जब फोन किया तो दूसरी तरफ से कम कांपती हुई आवाज सुनाई दी।

Train Accident: लोगों ने मृत समझ मुर्दाघर में डाला, 235 KM दूर से आए पिता तो जिंदा पाया; पढ़ें पूरी कहानी
हेलाराम बताते हैं, मैंने टीवी पर न्यूज देखी और फिर मैंने महसूस किया कि मुझे बिस्वजीत को फोन कर पूछना चाहिए कि क्या वह ठीक है। उसने शुरू में फोन नहीं उठाया। दोबारा जब फोन किया तो दूसरी तरफ से कम कांपती हुई आवाज सुनाई दी।