त्रिवेणी मेले में कवि सम्मेलन में खुब लगे ठहाके श्रोताओं ने जमकर उठाया लुत्फ : रतलाम

त्रिवेणी मेले में कवि सम्मेलन में खुब लगे ठहाके श्रोताओं ने जमकर उठाया लुत्फ : रतलाम

त्रिवेणी मेले में कवि सम्मेलन में खुब लगे ठहाके श्रोताओं ने जमकर उठाया लुत्फ : रतलाम

रतलाम। नगर निगम द्वारा आयोजित ग्यारह दिवसीय त्रिवेणी मेले में रात्रि में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में बीती रात निगम रंगमंच पर आयोजित कवि सम्मेलन में कवियों ने काव्य पाठ कर श्रोताओं की खुब दाद बटौरी।  
कवि सम्मेलन में इंदौर से आये कवि प्रोफेसर राजीव शर्मा ने अपनी कविता पाठ करते हुए कहा -
जो लोग इश्क अपने लक्ष्य से सुबहो शाम करते है,
चांद और तारे भी उसे झुककर सलाम करते है,
सूरज अर्ध्य चढ़ाता है उस इंसान को,
जो अपना जीवन वतन के नाम करते है।
दौसा राजस्थान से आई कवियत्री सपना सोनी ने अपनी कविता में कुछ यूं कहा-
 जमीं पे चांद मेरे सामने उतर आया।
 उसे निहार मेरे दिल में प्यार भर आया।।
 खुदा तेरे सिवा और कुछ नहीं मांगा।
 जिधर भी देखूं मुझे तु ही तु नजर आया।।
तराना से आये कवि सुनील गाईड ने अपनी कविता सुनाते हुए कुछ यूं कहा -
  मत तू बात हमारी रख।
  टुच्चेपन को जारी रख।।
  भूल ना जाए लोग तुझे।
  थोड़ी बहूत उधारी रख।

मुम्बई से आये कवि वाहे गुरू भाटिया ने अपनी चुटीली बातो से श्रोताओं को खुब हंसाया वहीं कवि असीम शुक्ला-रीवा व राधेश्याम भारती-प्रयागराज ने भी अपनी कविताओं से श्रोताओं का भरपुर मनोरंजन किया।

प्रारंभ में कवियों का स्वागत सामान्य प्रशासन समिति प्रभारी श्री धर्मेन्द्र व्यास (गुड्डू भैय्या) ने पुष्पहार व पुष्प गुच्छ से किया।