क्या रतलाम नगर निगम स्वच्छ भारत ऐप को नज़रअंदाज़ कर रहा है?
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क्या रतलाम नगर निगम स्वच्छ भारत ऐप को नज़रअंदाज़ कर रहा है?
रतलाम। स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से रतलाम नगर में शुक्रवार को महापौर प्रहलाद पटेल और अन्य नेताओं के नेतृत्व में भव्य स्वच्छता रैली निकाली गई। हालांकि, इस रैली में स्वच्छता के कई पहलुओं पर चर्चा की गई, परंतु केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए *स्वच्छ भारत ऐप* का उल्लेख न होना कई सवाल खड़े करता है।
स्वच्छता रैली: उद्देश्य या औपचारिकता?
नगर निगम द्वारा आयोजित इस रैली में अधिकारियों और नेताओं की भागीदारी ने प्रशासन की गंभीरता तो दर्शाई, लेकिन क्या यह अभियान वास्तव में स्वच्छता के प्रति स्थायी जागरूकता लाने में सक्षम है? रैली के दौरान नागरिकों से कचरे का पृथक्कीकरण, प्लास्टिक का उपयोग बंद करने, और स्वच्छता बनाए रखने की अपील की गई। परंतु, स्वच्छता से जुड़े सबसे प्रभावशाली साधन – स्वच्छ भारत ऐप – जो कि प्ले स्टोर पर Swachhta MoHUA की जानकारी तक नहीं दी गई।
स्वच्छ भारत ऐप:
यह ऐप नागरिकों को स्वच्छता से जुड़े मुद्दों की शिकायत दर्ज कराने, सुझाव देने और शहर की सफाई व्यवस्था को ट्रैक करने का एक सरल और पारदर्शी मंच प्रदान करता है। लेकिन स्थानीय प्रशासन इस डिजिटल माध्यम को क्यों नज़रअंदाज़ कर रहा है?
क्या प्रशासन पारदर्शिता से बच रहा है?
विशेषज्ञों का मानना है कि स्वच्छ भारत ऐप जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म नागरिकों और प्रशासन के बीच की खाई को कम कर सकते हैं।
- अगर नागरिक ऐप पर गंदगी की शिकायत करते हैं, तो यह सीधे रिकॉर्ड पर आ जाती है।
- इससे शिकायतों का समाधान सुनिश्चित करना प्रशासन की ज़िम्मेदारी बन जाती है।
- साथ ही, ऐप पर उपलब्ध डैशबोर्ड के माध्यम से नगर की स्वच्छता की स्थिति को जनता के सामने लाया जा सकता है।
लेकिन, सवाल यह है कि स्थानीय प्रशासन इस ऐप को क्यों नहीं प्रचारित कर रहा?
क्या यह इसलिए कि इससे प्रशासन की लापरवाही उजागर हो सकती है?
अगर लोग शिकायतें सीधे ऐप पर दर्ज करने लगें, तो शायद नेताओं और अधिकारियों की मौजूदगी वाले इन बड़े आयोजनों की उपयोगिता पर भी सवाल उठने लगेंगे।
क्या रैली मात्र दिखावा है?
इस रैली में झांकियां, प्रचार रथ और माल्यार्पण जैसे प्रतीकात्मक कदमों को प्राथमिकता दी गई। लेकिन क्या यह रैली सचमुच स्वच्छता के लिए जन-जागृति ला पाएगी?
स्वच्छता अभियान का असली उद्देश्य तभी पूरा होगा जब लोग जागरूक हों और उनके पास शिकायतें दर्ज कराने और समस्या समाधान के लिए सीधे माध्यम हों।
रतलामवासियों को क्या करना चाहिए?
रतलाम नगर को स्वच्छता में नंबर 1 बनाने के लिए, नागरिकों को केवल रैलियों और आयोजनों से प्रभावित होने के बजाय स्वच्छ भारत ऐप का उपयोग करना चाहिए।
- गंदगी की समस्या को ऐप पर दर्ज करें।
- कचरा उठाने वाले वाहनों की स्थिति की निगरानी करें।
- अपने क्षेत्र की सफाई से जुड़े मुद्दों का समाधान खुद ट्रैक करें।
शहर विकास की बैठक या समस्याओं का मजाक?
रतलाम नगर निगम का स्वच्छ भारत ऐप जैसे महत्वपूर्ण टूल्स को नज़रअंदाज़ करना गंभीर सवाल खड़े करता है। अगर नागरिक इस ऐप का उपयोग करना शुरू कर दें, तो प्रशासन की जवाबदेही बढ़ेगी और स्वच्छता अभियान अधिक प्रभावी हो सकता है। यह रैली एक बड़ा आयोजन तो थी, लेकिन क्या यह जागरूकता लाने में सफल रही? या फिर यह महज़ औपचारिकता बनकर रह गई? इन सवालों के जवाब रतलामवासियों के साथ-साथ प्रशासन को भी देने होंगे।
आप स्वच्छ भारत ऐप को अपने मोबाइल के Play Store से डाउनलोड भी कर सकते है यह ऐप आपको Play Store पर Swachhata MoHUA के नाम से उपलब्ध है पर शिकायत दर्ज करा सकते है।
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