कैदी शब्द मानव अधिकारों का उल्लंघन ! आरोप सिद्ध होने पर हो उपयोग राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश जी अवसर सैलाना जेल

कैदी शब्द मानव अधिकारों का उल्लंघन ! आरोप सिद्ध होने पर हो उपयोग राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश जी अवसर सैलाना जेल

कैदी शब्द मानव अधिकारों का उल्लंघन ! आरोप सिद्ध होने पर हो उपयोग राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश जी अवसर सैलाना जेल

सैलाना । वर्तमान दौर मे तेजी से बढ़ते उन्माद, हिंसा व हत्या के मामले समाज के लिए चिंतनीय है ऐसे प्रकरणो की जांच मे शत -प्रतिशत  नशे को वजह माना गया है।आपराधिक प्रवत्ती की जननी का नाम नशा है।यह बात राष्ट्रसंत कमलमुनी कमलेश ने नगर प्रवास के अंतिमदिन उपजेल सैलाना मे  बंदियों को सम्बोधित करते हुए कहे।मुनि श्री ने नशा मुक्ति को लेकर बंदियों से इसे तिलांजलि देने का संकल्प दिलाया।अपने सम्बोधन मे मुनि श्री ने बंदियों को खुशहाल जीवन के लिए अपनी दिनचर्या मे बदलाव लाने के विभिन्न उपाय बताये इस दौरान मार्मिक उदाहरण प्रस्तुत कर अपनी व अपने परिवार की चिंता दूर करने की समझाइश भी दी। राष्ट्र संत ने  विचाराधीन मामले मे बंद बंदियों के कैदी सम्बोधन पर भी सवाल उठाते हुए कहां की जब तक अपराध सिद्ध ना हो कैदी सम्बोधन मौलिक अधिकारों का हनन है।हमारे द्वारा प्रदेश सरकार व प्रशासन के समक्ष इस मामले को उठाया जिसे संज्ञान मे लिया गया है।कार्यक्रम मैं विश्व हिंदू परिषद के श्री सुरेश जी कटारिया भाजपा किसान मोर्चा जिला महामंत्री श्री बद्रीलाल चौधरी सुखबीर सिंह चौधरी  उपसरपंच रामगढ़ इस दौरान जेल विभागीय कर्मचारियों की उपस्थिति मे बंदियों को मिठाई खिलाई गई। कार्यक्रम का संचालन संजय मांडोत ने किया। इस दौरान परिसर सेl लगी गौशाला का भी निरीक्षण किया।